मोदी सरकार में मंत्री अनुराग ठाकुर ने अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं से कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है. युवा हिंसा का रास्ता छोड़ दें. उन्होंने ये भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो योजना में बदलाव भी हो सकता है. गौरतलब है कि अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद से देश के कई हिस्सों में इसका जबरदस्त विरोध देखने को मिल रहा है. युवाओं ने कई जगह उग्र और हिंसक प्रदर्शन किए हैं. साथ ही सरकारी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया है. इतना ही नहीं अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन के चलते सैंकड़ों ट्रेन रद् कर दी गई हैं. इसी विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार खुले मन से युवाओं की शिकायतें सुनने और जरूरत पड़ी तो बदलाव करने को तैयार है. उन्होंने युवाओं से हिंसा बंद करने और बातचीत के लिये आगे आने का अनुरोध किया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा भविष्य में देश को अधिक सुरक्षित बनाने और देश के युवाओं को अवसर प्रदान करने की दिशा में लिया गया एक ऐतिहासिक निर्णय है. ठाकुर ने कहा कि जो युवा देश की सेना में भर्ती होना चाहते हैं, वे कभी हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी बदलाव को रोकने के एजेंडे में लगे रहने वाले कुछ राजनीतिक दलों ने युवाओं को उकसाया है.
एक प्रशन के जवाब में ठाकुर ने कहा, ‘मैं देश के युवाओं से अनुरोध करना चाहता हूं कि हिंसा का मार्ग आपको कहीं नहीं ले जाएगा. लोकतंत्र में आपको विरोध करने का अधिकार है, लेकिन सरकारी संपत्ति में आग लगाने का नहीं. लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘यदि आपके पास कोई बेहतर सुझाव है, तो आप लोकतांत्रिक तरीके से अपने विचार अपने मंच या मीडिया के सामने रख सकते हैं या हमें बता सकते हैं. सरकार खुले मन से विचार करने के लिए सदैव तैयार है।’