लखनऊ। योगी सरकार (Yogi Government) में नकलविहीन परीक्षा कराने की कवायद को उस वक्त झटका लगा जब बुधवार को इंटरमीडिएट इंग्लिश का पेपर लीक (Intermediate English Paper Leak) हो गया. आनन-फानन में माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Madhyamik Shiksha Parishad) ने दोपहर दो बजे से होने वाली अंग्रेजी की परीक्षा को रद्द कर दिया. यहां बता दें कि यह सिर्फ 24 जिलों में रद्द की गई है. दरअसल, अंग्रेजी का पेपर वाहट्सऐप पर लीक हो गया था. जिसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया. अधिकारियों का कहना है कि इन 24 जिलों के अलावा अन्य 51 जिलों में पूर्व निर्धारित ही परीक्षाएं संपन्न होंगी.
आगरा, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़ , गाजियाबाद, बागपत, बदायूं, शाहजहांपुर, उन्नाव, सीतापुर, ललितपुर, महोबा, चित्रकूट, जालौन, अम्बेडकरनगर, प्रतापगढ़, गोंडा, गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, वाराणसी, कानपुर देहात, एटा, और शामली में आज इंटरमीडिएट की इंग्लिश की परीक्षा रद्द कर दी गई है, इन जिलों के अलावा बाकी के जिलों में परीक्षाएं सुचारु रूप से होंगी.
माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने कही सख्त कार्रवाई की बात
उधर, पेपर लीक मामले में माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि 24 जिलों में इंटरमीडिएट अंग्रेजी की परीक्षा रद्द की गई है, बाकी 51 जिलों में 2 बजे से आज परीक्षा आयोजित की जाएगी. पूरे मामले की जांच की जा रही है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. हमारा लक्ष्य नकलविहीन परीक्षा कराना है.
CM योगी ने दिए NSA लगाने के निर्देश
पेपर लीक मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पेपर लीक मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए है. उधर समाजवादी पार्टी ने पेपर लीक मामले में ट्वीट कर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. समाजवादी पार्टी का कहना है कि सरकार ने पिछली घटनाओं से कोई सीख नहीं ली. सपा का कहना है कि परीक्षा से पूर्व पेपर लीक मामला भ्रष्टाचार की देन है. सरकारी व्यवस्था में फैले व्यापक भ्रष्टाचार की वजह से पेपर लीक हुआ. छात्रों के भविष्य से बीजेपी सरकार कब तक खिलवाड़ करेगी. मुख्यमंत्री इस पूरे मामले में जवाब दें.