मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप (WhatsApp) ने मार्च में 18.05 लाख भारतीय अकाउंट्स को बैन कर दिया है. कंपनी की ऐसा करने की वजह यूजर्स से मिली शिकायतें है, जिसमें बताया गया है कि प्लेटफॉर्म पर सेवा शर्तों का उल्लंघन किया जा रहा था. Whatsapp ने एक बयान में कहा कि उसने नए आईटी नियम 2021 का अनुपालन करते हुए मार्च के महीने में भारत में 18 लाख से ज़्यादा अकाउंट पर बैन लगा दिया है. आपके बता दें कि इससे पहले वॉट्सऐप ने फरवरी में 14.26 लाख भारतीय अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया था.
बता दें कि वॉट्सऐप कहता है कि जब उसे लगता है कि किसी अकाउंट की एक्टिविटी से उनकी सेवा की शर्तों का उल्लंघन हो रहा है, तो वह उसे बैन कर देते हैं.
कभी न करें ऐसी गलती: आप चाहते हैं कि आपका वॉट्सऐप अकाउंट कभी बैन न हो, तो इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा.
1.ध्यान रहे कि कभी भी आप वॉट्सऐप का इस्तेमाल स्पैम के लिए न करें.
2. सोच-समझकर ही मैसेजेस फ़ॉरवर्ड करें. फर्जी खबर फैलाने से हमेशा बचें. इसके अलावा फर्जी नाम से अकाउंट भी न बनाएं.
3.किसी दूसरे यूजर्स को गैर कानूनी, अश्लील, किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला, परेशान करने वाला, घृणा वाला मैसेज कभी न भेजें.
4.ऑटोमेटेड या बल्क मैसेजेस भेजने से पूरी तरह बचें.
सोशल मीडिया कंपनी की मंथली रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल लागू हुए नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से ज़्यादा यूजर्स वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी जरूरी है. इस रिपोर्ट में शिकायतों और उन पर की गई कार्रवाई का डिटेल होती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, एक से 31 मार्च, 2022 के बीच WhatsApp ने 18.05 लाख भारतीय अकाउंट के दुरुपयोग की जानकारी सामने आने पर इनपर प्रतिबंध लगाया है.
भारतीय अकाउंट्स की पहचान +91 फोन नंबर के जरिए की गई. WhatsApp ने कहा कि उसे मार्च 2022 में देश भर से कुल 597 ग्रीवांस रिपोर्ट मिले और इनमें से 74 के खिलाफ ऐक्शन भी लिया गया है. Whatsapp ने कहा कि साल से हमने अपने यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी, डेटा वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों और प्रक्रियाओं में लगातार निवेश किया है.
मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी Whatsapp के एक प्रवक्ता ने कहा कि जैसा कि ताजा मासिक रिपोर्ट में बताया गया है, कंपनी ने मार्च महीने में 18 लाख से ज़्यादा अकाउंट को बैन किया है.